
मनीष बाफना
नीति आयोग की एक कार्यशाला में शामिल हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ऐलान किया है कि मध्य प्रदेश में जो किसान देसी गाय पालेंगे उन्हें प्रति महीने 900 अनुदान रुपये का अनुदान दिया जाएगा. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मुताबिक यह फैसला प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिहाज से किया जा रहा है। इस तरह एक वर्ष में किसान को कुल 10,800 रुपये मिलेंगे। प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के तौर पर मुख्यमंत्री का यह निर्णय बेहद ही प्रशंसनीय और स्वागत योग्य है। इस निर्णय से किसानों को देसी गाय पालने में मदद मिलेगी और दुधारू पशुधन के प्रति किसानों की और अधिक रूचि बढ़ेगी। जब से खेती की भूमि में उर्वरा की कमी देखी गई है विशेष तौर पर कार्बन की मात्रा निरंतर कम हो रही है। जिससे खेती में उपजाऊ क्षमता भी कम होने के साथ-साथ पोषण युक्त खाद्य प्राप्त नहीं हो रहा है। किसानों का गोपालन करना बहुत ही आवश्यक हो गया है, इसके साथ ही सरकार ने एक सख्त फैसला भी लिया है। जिसके अनुसार यदि मवेशी को आवारा सड़क पर छोड़ा जाता है तो पशु मालिक को 5 हजार रुपए का जुर्माना भरना पड़ेगा।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मुताबिक यह फैसला प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिहाज से किया जा रहा है. उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि सरकार जिस तरह से किसानों को रासायनिक खाद पर सब्सिडी और दूसरी सहायता देती है उसी तरीके से प्राकृतिक खेती अपनाने के लिए किसानों को प्रोत्साहन दिया जाएगा. प्राकृतिक खेती के लिए देसी गाय जरूरी है. मुख्यमंत्री ने कहा कि खेती को बढ़ावा देने के लिए किसानों को कृषि किट खरीदने के लिए 75% राशि भी सरकार देगी.
प्राकृतिक खेती अभी भी मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में होती है. मुख्यमंत्री ने अपने खेतों में 5 एकड़ में प्राकृतिक खेती करने का निर्णय लिया है।
किसानों का गोपालन करना बहुत ही आवश्यक हो गया है प्राकृतिक खेती की ओर बढ़ने से पहले राज्य सरकार और केंद्र सरकार को और कठोर निर्णय लेने जरूरी है पूरे देश भर में 1,000 से अधिक मिश्रित कीटनाशक खेती में डाले जाते हैं जबकि आवश्यकताएं इतने कीटनाशक की कदापि नहीं है प्राकृतिक खेती को और मजबूत बनाने के लिए खेती दवाईव्यापार केंद्रों पर 40% जैविक आदान बेचना अनिवार्य कर देना चाहिए
देसी गाय का पालन और उससे प्राप्त गोबर और गोमूत्र से कृषि उत्पादन प्रारंभ होगा, तो स्वास्थ्य और सेहत भी सुधरेगी। प्रदेश सरकार द्वारा यह घोषणा कृषि हित और जनता के स्वास्थ्य से जुड़ी हुई है । देशी गाय पालन करने वाले गो पालक लोगों के लिए अनुदान योजना किसी मुश्किल में ना पड़े ऐसी व्यवस्था मुख्यमंत्री जी को करनी होगी और इस अच्छी योजना को और कितना अच्छा बनाए जा सके उसकी समीक्षा समय-समय पर करनी होगी।