
मध्य प्रदेश में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को काफी नुकसान हुआ है.
बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से मध्य प्रदेश के किसान बुरी तरह से प्रभावित है. किसान परेशान हैं क्योंकि उनकी फसलें खराब हो गई हैं. लेकिन अब तक ज्यादातर जगहों पर पटवारियों ने सर्वे नहीं किया है. मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने फसलों के नुकसान को लेकर समीक्षा बैठक की. उन्होंने कहा कि मुआवजा देने और भुगतान की प्रक्रिया शुरू करके सुनिश्चित कर दें कि राहत राशि वितरित होना शुरू हो गई है. सर्वे पूरी प्रमाणिकता और ईमानदारी के साथ हो. इस बात की चेतावनी भी दी है कि फसल क्षति का सर्वे घर बैठे न हो जाए. सर्वे में लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी. जिनका नुकसान हुआ है, वो छूटे ना और जहां नुकसान नहीं हुआ है वो शामिल न हों.
चौहान ने अधिकारियों से शीघ्र ही फसलों के नुकसान का सर्वे कराकर मुआवजा देने का निर्देश दिया. उन्होंने प्रभारी मंत्रियों को अपने प्रभार वाले जिलों में मुआवजा देने का मामला देखने को कहा है. सभी कलेक्टरों को निर्देश दिया है कि ओलावृष्टि या अतिवृष्टि के कारण जिन गांवों की फसलें प्रभावित हुई हैं, उनका यथाशीघ्र सर्वे पूरा किया जाए. खासतौर पर सर्वे का काम तेजी से करना है. फसल नुकसान के सर्वे में जनता की संतुष्टि भी आवश्यक है. |