
manish bafana –केंद्र सरकार ने तीनों कृषि कानूनों को वापस ले लिया है ,जहां आंदोलनरत किसान मोर्चा अपनी विजय देख रहा है परंतु इस विजय को दिलाने के पीछे जिसकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है !वह है वह “कैप्टन अमरिंदर” जो पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री थे! जिन्हें कांग्रेस ने बड़े बेआबरू करके कुर्सी से उतार दिया lअमरिंदर इस ” टीस ” को बर्दाश्त नहीं कर सके !पंजाब में कांग्रेश और नवजोत सिद्धू की बैटिंग बिगाड़ने का प्रण लेकर , भारतीय जनता पार्टी की मोदी सरकार से अंदरूनी गठबंधन करते हुए ! कैप्टन ने केंद्र सरकार को कृषि कानून वापस लेने की गोटियां बिछवाई ! जिससे भाजपा को भी पंजाब में अपने पांव पसारने का मौका मिल सके और कैप्टन को भी कांग्रेस और नवजोत सिद्धू से दो-दो हाथ करने का बल मिल सकें!
कृषि कानून पर जो सियासत चली, उसमें निश्चित तौर से आंदोलनकारी राकेश टिकट को भी शोहरत मिली ,तो कैप्टन को भी सिद्धू पर बाउंसर मारने और उन्हें क्लीन बोल्ड करने की पिच तैयार करने का मौका मिला !
मोदी सरकार भी उत्तर प्रदेश में अपनी उड़ती पतंग को किसी भी स्थिति में कटने नहीं देना चाहती थी ,इसलिए तीन कृषि कानूनों की डोर एक झटके में प्रकाश पर्व के जलते दीपक की लो में काट दीl संसद में चर्चा कराए बिना तीनों कृषि कानूनों को वापस ले लिया ! जिस प्रकार कैप्टन अमरिंदर सिंह का गर्मजोशी के साथ भाजपा नेताओं से मेलजोल हो रहा है, इससे कांग्रेस पार्टी जरूर पंजाब में घबराई हुई है! अब कैप्टन आंदोलनरत पंजाब के संगठनों को घर वापसी के लिए दबाव बना रहे हैं! सुना यहां तक जा रहा है कि, पंजाब के 32किसान मोर्चा अब आंदोलन को नमस्ते करते हुए घर वापसी कर रहे हैं! यदि कैप्टन अपने मंसूबों में कामयाब होते हैं तो केंद्र सरकार को बड़ी राहत मिलेगी !