नाशपाती की खेती से करें बंपर कमाई, जानें क्या है डबल मुनाफा कमाने का आसान तरीका

नाशपाती का हर पेड़ आम तौर पर एक से दो क्विंटल के बीच उत्पादन देता है. इस तरह से प्रति हेक्टेयर बाग से 400 से 700 क्विंटल नाशपाती की ऊपज होती है. नाशपाती मौसमी फल की गिनती में आता है और इस फल को खाने के काफी फायदे भी होते हैं. इसमे प्रचूर मात्रा में फाइबर होता है. इसके अलावा इसमें आयरन भी भरपूर होता है, जिसके सेवन में हिमोग्लोबिन बढ़ जाता है. इसके सेवन से बैड कोलेस्ट्ऱल की मात्रा भी कम होती है. यही वजह है कि लोग इसका खाना पसंद करते हैं और बाजार में इसकी मांग भी रहती है. नाशपाती की खेती के लिए बलूई दोमट और गहरी मिट्टी की जरूरत होती है. कुल मिलाकर कहे तो नाशपाती की खेती के लिए ऐसी मिट्टी चाहिए होती है जिससे आसानी से पानी निकल जाये. इसके पौधे चिकनी और ज्यादा पानी वाले मिट्टी में भी उगाये जा सकते हैं.
नाशपाती के प्रकार
फल लगाने के लिए किसानों को प्ररित करने के पीछे राज्य सरकार की मेहनत है. इससे खाकर बहुत हद तक कुपोषण को दूर भगाया जा सकता है. आलू और समशीतोष्ण फल अनुसंधान केंद्र ने नाशपाती के विभिन्न किस्मों के बारे में बताया है. उन्होंने कहा कि सभी प्रजातियों का मूल्यांकन करने के बाद पाया गया कि नाशपाती के बढिया वेराइटीज है जो बेहतर उत्पादन करते हैं, इनके नाम हैं पत्थर नाग पंजाब नख, पंजाब गोल्ड, पंजाब नेक्टर, पंजाब ब्यूटी और बागूगोसा- पत्थरनाग: पत्थर नाग एक कठोरफल वाली और फैलने वाली नाशपाती कि प्रजाती है. इसके फल सामान्य आकार के गोल और हरे होते हैं. आम तौर पर नाशपाती जून के महीने में पकने लगते हैं पर यह नाशपाती जुलाई के अंत में पकते हैं, और प्रति पेड़ डेढ सौ किलो से ज्यादा फल देती है.
पंजाब नख: पंजाब नख भी कठोर और फैलने वाली नाशपाती की नस्ल है. इसके फल अंडाकार हल्के पीले रंग के और रसभरे होते हैं. पंजाब नख किस्म के ऊपर बिंदीया बनी होती है.
पंजाब गोल्ड: पंजाब गोल्ड समान्य नर्म फल वाली नाशपाती की किस्म होती है. यह छूने में हल्का नरम होता है. यह जुलाई के आखिरी हफ्ते में तुड़ाई के लिए तैयार होती है. पंजाब गोल्ड किस्म की नाशपाती से कई प्रकार के उत्पाद बनाये जाते हैं.
पंजाब नेक्टर: पंजाब नेक्टर भी सामान्य नरम प्रजाति है. इसके फल सामान्य से बड़े आकार वाले होते हैं. इसके फल बाहर से हरे पीले दिखने वाले और अदर से सफेद गुदे वाले होते हैं. पकने पर यह बहुत ही रसीले हो जाते हैं.
पंजाब ब्यूटी: नाशपाती की यह किस्म भी सामान्य और नरम होची है. हालांकि इसका आकार कुछ बड़ा होता है. इसका रंग पीला और हरा रहता है अंदर से इसका गुदा सफेद होता है. इसके फल बेहद रसीला और मीठा होता है. ॉ
बागूगोसा: बागुगोसा सामान्य नाशपाती की नस्ल है जो अगस्त से पहले महीने में पककर तैयार हो जाती है. जिन लोगों को फसल बेचने के लिए दूर जाना पड़ता है उनके लिए यह किस्म सबसे अच्थी है.
नाशपाती के बगान में सब्जी की खेती
नाशपाती के बगान में जब तक फल नहीं लगे तब तक उड़द मूंग और तोरीया जैसी फसलें बगान से ली जा सकती है. जबकि रबि के मौसम में गेंहू चना और सब्जियां लगा सकते हैं. आलू एवं समशीतोष्ण फल अनुसंधान केंद्र ने अपने तीन वर्षों के शोध में यह पाया है कि रबि के मौसम में नाशपाती के बगान से आलू मटर बरबट्टी प्याज,टाऊ, गेहूं हल्दी और अदरक की खेती की जा सकती है.
नाशपाती का हर पेड़ आम तौर पर एक से दो क्विंटल के बीच उत्पादन देता है. इस तरह से प्रति हेक्टेयर बाग से 400 से 700 क्विंटल नाशपाती की ऊपज होती है.

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