नई दिल्ली – केंद्र सरकार ने कीटनाशक निषेध आदेश 2023 प्रकाशित किया है, जिसमें केंद्र सरकार की कीटनाशक पंजीयन समिति की सिफारिशों को मानते हुए जहरीले कीटनाशकों को बंद करने का फैसला लिया है।
Dicofol ,Dinocap, Methomyl इन कीटनाशकों से मानव स्वास्थ्य पर खतरा मंडराने लगा था। 2013 में एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया था इस समिति ने 66 कीटनाशकों की समीक्षा की थी और अपनी रिपोर्ट केंद्र सरकार को दी थी। केंद्र सरकार ने इसमें से 23 कीटनाशकों पर एक विशेषज्ञ टीम का गठन किया और उनकी रिपोर्ट के आधार पर वर्तमान में कुछ कीटनाशकों को बंद करने का फैसला लिया है। पूर्व में Trizophos , और गलीफोसाटे को बंद करने का फैसला ले चुकी है। केंद्र सरकार प्राकृतिक खेती की ओर अपना कदम बढ़ा चुकी है, कई ऐसे कीटनाशकों को धीरे-धीरे बंद करने का फैसला सरकार ले सकती है । 8 अन्य कीटनाशक जिस की उपयोगिता विभिन्न फसल में सीमित करने का फैसला केंद्र सरकार ने लिया है । carbofuran, mancozeb, dimethoat ,quinalphos, Malathion Chloripyriphos पर केंद्र सरकार उपयोगिता पर नियंत्रण करने वाली है। वैसे भी केंद्र सरकार 2020 में ही कई कीटनाशकों को बंद करना चाहती थी परंतु राजस्थान हाईकोर्ट में कुछ कीटनाशकों पर रीट दायर होने के कारण सरकार को फैसला लेने में समय लग गया है !आने वाले समय में और भी कीटनाशकों पर रोक लगाने का निर्णय ले सकती है। ऑल इंडिया कीटनाशक एसोसिएशन के दबाव के कारण सरकार अपना निर्णय पर विचार करती आई है । इस कारण से बहुत सारे कीटनाशकों पर प्रतिबंध धीरे धीरे लग रहा है।