
गुजरात के कांडला में इफको नैनो डीएपी (तरल) संयंत्र का शिलान्यास करने के अवसर पर कहा कि संयंत्र में प्रति दिन 500 मिलीलीटर तरल की 2 लाख बोतलें उत्पादित की जाएंगी, जिससे आयातित उर्वरकों पर देश की निर्भरता कम हो जाएगी और उर्वरकों पर 10,000 करोड़ रुपये की सब्सिडी बच जाएगी।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह गुजरात के दो दिवसीय दौरे पर हैं। यहां कांडला में उन्होंने इफको नैनो डीएपी (तरल) संयंत्र का शिलान्यास किया। इस मौके पर उन्होंने एक नई हरित क्रांति पर जोर दिया। ने कहा, नई हरित क्रांति का लक्ष्य तीन चीजें हैं – पहला, भारत को न केवल गेहूं और धान, बल्कि हर प्रकार के अनाज में आत्मनिर्भर बनाना, चाहे वह दालें हों या तिलहन; दूसरा, प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहित करके प्रति एकड़ उत्पादन बढ़ाना और मिट्टी को संरक्षित करना; और तीसरा, प्राकृतिक खेती की उपज के लिए बाजार ढूंढ़कर किसानों के लिए समृद्धि लाना। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार इन तीन लक्ष्यों को हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध है और उनके मंत्रालय ने इन्हें हासिल करने के लिए तीन बहु-राज्य सहकारी समितियों की स्थापना की है।