
प्रदेश के मंडला, डिंडोरी, बालाघाट, छिंदवाड़ा, बैतूल, अनूपपुर, आलीराजपुर और झाबुआ आदि जिले ऑर्गेनिक खेती में लगातार पहल कर रहे हैं।
Organic products export: मध्य प्रदेश सरकार की ऑर्गेनिक उत्पादों को लेकर चलाई जा रही विभिन्न पहलों का नतीजा लगातार बढ़ते निर्यात के रूप में सामने आया है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक वित्त वर्ष 2021-22 में प्रदेश ने 14 लाख टन ऑर्गेनिक उत्पादों का उत्पादन किया और करीब पांच लाख टन ऑर्गेनिक उत्पादों का निर्यात किया गया। इस निर्यात से करीब 2,683 करोड़ रुपये की राशि प्राप्त हुई।
मध्य प्रदेश ऑर्गेनिक फार्मिंग में अग्रणी राज्य- शिवराज सिंह चौहान
प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर में आयोजित G-20 देशों के कृषि समूह की एक बैठक में इस बात को दोहराया था कि मध्य प्रदेश ऑर्गेनिक फार्मिंग में देश का अग्रणी राज्य है। चौहान ने कहा कि इस क्षेत्र में राज्य असीमित संभावनाओं वाला प्रदेश है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था में कृषि का अहम योगदान है और ऑर्गेनिक खेती की इसमें महत्वपूर्ण भूमिका है।
3,888 ऑर्गेनिक क्लस्टर तैयार किए गए
पारंपरिक कृषि विकास योजना के तहत प्रदेश के आठ जिलों में 2015-16 से 2022-23 के बीच 3,888 ऑर्गेनिक क्लस्टर तैयार किए गए। प्रदेश के मंडला, डिंडोरी, बालाघाट, छिंदवाड़ा, बैतूल, अनूपपुर, आलीराजपुर और झाबुआ आदि जिले ऑर्गेनिक खेती में लगातार पहल कर रहे हैं।
प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने भी ऑर्गेनिक खेती को लेकर हमेशा प्रतिबद्धता जताई है। पटेल कहते हैं कि कीटनाशकों और रासायनिक उर्वरकों के दुष्प्रभावों से बचने का एक मात्र उपाय ऑर्गेनिक खेती को अपनाना ही है और यही वजह है कि ऑर्गेनिक उत्पादों को बेहतर बाजार उपलब्ध कराने की कोशिश की जा रही है।
राज्य सरकार ने ऑर्गेनिक खेती को बढ़ावा देने तथा आम लोगों में इसे लोकप्रिय बनाने के लिए ‘एमपी ऑर्गेनिक’ नामक एक ब्रांड भी तैयार किया है जिसके तहत प्रदेश के ऑर्गेनिक उत्पाद बेचे जाते हैं।