सहनशीलता धैर्य सहज और सब्र का फल आज मंदसौर संसदीय क्षेत्र को मिला
भारतीय जनता पार्टी की परिपाटी रही है कि ,भाजपा में जो भी अनुशासित रूप से कार्य करने वाले अपने कार्यकर्ताओं को सर्वोच्च स्थान पर पहुंचने में पार्टी ने हमेशा चिंतन करती है स शर्त है कि उस कार्यकर्ताओं में धैर्य सहज हो । छवि स्वच्छ और होने के साथ-साथ एक ईमानदार की भूमिका में रहि | भारतीय जनता पार्टी के सबसे बड़े किसान नेता किसान कल्याणद बंसीलाल गुर्जर को राज्यसभा के लिए उम्मीदवार घोषित किया। कृषक समाज में हर्ष और उल्लास की लहर छा गई। बंशीलाल गुर्जर ने अपना राजनीतिक जीवन मंदसौर से एक छोटे से गांव सबाखेड़ा में सरपंच पद पर रहते हुए प्रारंभ किया और अपने राजनीतिक सफर में श्री गुर्जर ने सरपंच के साथ-साथ जनपद सदस्य ,जिला पंचायत सदस्य, मंडी अध्यक्ष एवं संचालक मंडी बोर्ड के साथ-साथ भाजपा किसान मोर्चे के प्रदेश अध्यक्ष का दायित्व निभाया । मध्य प्रदेश किसान आयोग के अध्यक्ष भी रहे |किसान मर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष होने के साथ हुडको में डायरेक्टर मनोनीत भी हुवे । श्री बंशीलाल गुर्जर निरंतर कृषक हित में कार्य करते रहे और उन्होंने मध्य प्रदेश में मंडी व्यवस्था को सुधार और कई मंडी संबंधित और किसान संबंधित योजनाओं को धरातल पर उतरने का पूरा का पूरा श्रेय गुर्जर को जाता है । किसानों को ₹5 में भरपेट भोजन मंडी में मिले इसकी व्यवस्था भी मध्य प्रदेश में बंशीलाल गुर्जर के द्वारा की गई थी | पूरे भारत में फसल बीमा योजना को सु व्यवस्थित करके लागू करने का कार्य भी गुर्जर के माध्यम से किया गया।
फसल बीमा में जो भी सुधार की आवश्यकता थी उसका प्रतिवेदन भी बंशीलाल गुर्जर ने अपने किसान मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए केंद्र सरकार को भेजा था और इस आधार पर मोदी सरकार ने भी फसल बीमा योजना को पूरे देश में लागू किया | कृषि कार्य और कृषि चिंतन में गहरी रुचि होने के कारण केंद्र सरकार ने उन्हें कई बार कृषि लागत मूल्य निर्धारण आयोग में बुलाया | भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के सोयाबीन अनुसंधान केंद्र में भी मनोनीत सदस्य रहते हुए, सोयाबीन की कई प्रजातियों पर अपने विचार केंद्र सरकार को दिए हैं |
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष प्रभात झा के समय में बंशीलाल गुर्जर के मार्गदर्शन में पूरे प्रदेश में बलराम संदेश यात्रा का आयोजन किया था ,भाजपा का प्रत्येक कार्यकर्ता किसानों के घर घर पहुंचकर बलराम संदेश यात्रा को पहुंचाया । बंशीलाल गुर्जर के कार्यकाल में ही किसान मोर्चा अत्यधिक सक्रिय रूप से कार्य कर रहा था और पूर्व मुख्य मंत्री शिवराज ने भी अपने सम्बोधन में कई बार बांसिल लाल जी गुर्जर को की पीठ थपथपाई । मृदुशाली और कार्यकर्ताओं के प्रति स्नेह और मिठास होने के साथ-साथ सब्र का एक विशेष सहनशीलता इनमें समाई हुई है। श्री गुर्जर हमेशा से ही निर्विवादित नेता रहे हैं अपने निकट और अपने राजनीतिक जीवन में कभी भी गैर विवादित बयान कभी नहीं दिए और सभी बड़े नेताओं के हमेशा चहते बने रहे।
राजनीतिक जीवन में कई उतार चढ़ाव आने की पश्चात भी अपने स्वभाव को विघटित नहीं होने दिया । मंदसौर लोकसभा और विधानसभा में कई बार अंतिम दौर में नाम आने के बावजूद भी टिकट न मिलने पर कभी भी चिंतित नहीं हुए आज उसी का परिणाम है कि भाजपा ने उन्हें अपने राज्यसभा सदस्य का उम्मीदवार घोषित करते हुए किसान हितेषी की आवाज उठाने वाले बंसीलाल जी गुर्जर को राज्यसभा में भेजने का निर्णय लिया है। धार्मिक भावनाओं से ओतप्रोत एवं अंत्योदय की भावना रखते हुए आज उस मुकाम पर पहुंचे