
मनीष बाफना
किसानों के साथ अनदेखी, खुद को किसान कहने वाले सांसदों और अन्नदाता के बीच कमाई में बड़ा अंतर…
खुद को किसान बताने वाले लोकसभा सांसदों की औसत संपत्ति जहां… 18 करोड़ रुपये है तो वहीं देश में किसानों की महीने की आय शहरों के कई परिवारों के महीने के मोबाइल, लैंडलाइन, इंटरनेट बिल के बराबर है यानी कमाई औसत 8931… संसद में बैठने वाले उन सांसदों की जो खुद को पेशे से किसान बताते हैं. संसद में खुद को किसान बताने वाले 92 फीसदी सांसद करोड़पति हैं. जबकि देश के किसान की औसत आय नाबार्ड के सर्वे के मुताबिक महीने के 9 हजार रुपये से कम है.। पीडीपी के सांसद जयदेव गल्ला अपना प्रोफेशनकिसानी बताते हैंऔर संपत्ति है 305 करोड रुपए ,वाईएसआर कांग्रेस के अदल प्रभाकर भी खुद को किसान लिखते हैं और उनकी संपत्ति दोस्तों 212 करोड़ों रुपए हैं । इसी तरह केंद्र सरकार के 5 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति वाले 41 मंत्री है उन 41 मंत्रियों में से 11 मंत्री खुद को किसान बताते हैं। लेकिन संसद में बैठने वाले किसान मंत्रियों के पास क्या कोई रास्ता ऐसा नहीं जो किसानों को भी करोड़पति ना सही लखपति बनाने का ही सुगम रास्ता बता दे।
खुद को किसान कहते बीजेपी के 139 सांसद
बीजेपी के 139 सांसद खुद को किसान बताते हैं तो कांग्रेस के 13 सांसद खुद को खेती किसानी वाले प्रोफेशन का बताते हैं जबकि शिवसेना के 11 सांसद अपना पेशा किसानी लिखते हैं। यह केवल संसद का हाल नहीं है ,राज्यों की विधानसभा में विधायकों की स्थिति भी समान है। कई विधायक अपने आपको किसान बताते हैं और कृषि से आय करोड़ों में बताकर मालामाल हो रहे हैं। चाहे वह भाजपा के विधायक हो ,कांग्रेस के हो, समाजवादी पार्टी के हो बहुजन पार्टी व कई राजनीतिक पार्टियों के विधायक खेती से करोड़ का लाभ बता कर मजबूत हो रहे हैं। परंतु कोई भी माननीय अपने वोटर किसान भाइयों को लखपति तो छोड़ो , उनकी झोपड़ियों को भी सुधार नहीं पा रहे हैं। इन माननीयों के पास ऐसा कौन सा गणित जादू है, जो आलू बोते हैं तो सोना निकलता है,और श्रीमान साल दर साल में करोड़पति बन जाते हैं। ना इन्हें इनकम टैक्स की झंझट न जीएसटी की झंझट न किसी प्रकार के बिलऔर रिकॉर्ड रखने की झंझट , खेती से कमाई कर यह मालामाल बन रहे हैं। करोड़ों किसानबंधुआ मजदूर और गरीब बनकर इन माननीयों जो करोड़ों का लाभ खेती से कर रहे हैं ,उनको खून के आंसू से देख कर प्रश्न पूछ रहे हैं कि, हमारे आका देवता आप हमें अपना करोड़ों का गणित समझा कर हमें भी गरीबी की लकीर से बाहर निकाल दो। संसद विधायक ही नहीं अब तो खेत से लाभ आईएएस व आईपीएस भी ले रहे है। किसान की आय १० साल में दुगनी कैसे होगी ? पर इन संवैधानिक मजबूत पिलरों सांसदों नेता व आईएएस की चंद साल में खेती से आय करोडो हो जाती है।