शुगर और कोलेस्ट्रॉल से पीड़ित को मशरूम व बाजरा कुकीज़ अपनाना चाहिए

5 अलग-अलग  आटे (ज्वार  बाजरा  या मक्का के संयोजन में सूखे एल्म ऑयस्टर मशरूम (हाइप्सीजीगस अल्मारियस) पाउडर के उपयोग में लेसकते  है ।  इंडियन इंस्टीट्यूट आफ हॉर्टिकल्चर ने अपने प्रयोग में पाया है कि मशरूम और बाजरे से निर्मित कुकीज बहुत ही लाभदायक है  मशरूम और बाजरा दोनों ही अपने पाक औषधीय गुणों के लिए जाने जाते हैं। मशरूम नई बागवानी फसल है जो महत्व प्राप्त कर रही है। मशरूम प्रोटीन, फाइबर, आयरन, विटामिन बी और डी, पोटेशियम, फास्फोरस, सेलेनियम और कॉपर का बहुत अच्छा स्रोत हैं। इनमें पॉलीसेकेराइड और एंटीऑक्सिडेंट एर्गोथायोनीन भी होते हैं जो प्रतिरक्षा उत्तेजक और कैंसर विरोधी एजेंट होते हैं। मधुमेह रोगियों और हृदय रोगियों के लिए मशरूम उनकी कम ऊर्जा, बहुत कम वसा, चीनी नहीं होने, कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स को कम करने की क्षमता के कारण बेहद अच्छे हैं। अपनी विविध पोषण क्षमता के कारण बाजरा एक बार फिर भोजन के मुख्य स्रोत के रूप में अपना महत्व पुनः प्राप्त कर रहा है। मिश्रित या मिश्रित भोजन या खाद्य उत्पाद भोजन की थाली में विविधता लाने और संतुलित पोषण प्राप्त करने का एक महत्वपूर्ण तरीका हो सकता है। मशरूम बाजरा कुकीज़ का विकास बेहतर स्वाद और पोषण के लिए मशरूम और बाजरा की पोषण संबंधी अच्छाई के सम्मिश्रण की दिशा में एक कदम है। यह तकनीक इन उत्पादों के उत्पादन के माध्यम से उद्यमिता के विकास में भी मदद कर सकती है। प्रयोग के माध्यम से यह भी देखा गया है कि मशरूम और बाजरे से निर्मित कुकीज़  बहुत ही  वर्धक होती है इसमें पौष्टिकता अत्यधिक होने से शुगर और कोलेस्ट्रॉल से पीड़ित व्यक्तियों में यह काफी मदद कर सकता है |शुगर और कोलेस्ट्रॉल से पीड़ित को मशरूम से बने पदार्थ खाना चाहिए

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