
बैंगनी फूलों की बगिया घर को महका देती है . लैवेंडर एक बारहमासी पौधा है. इस छोटे पौधे की लम्बी टहनियां होती हैं. इसमें छोटे-छोटे पर्पल कलर के फूल उगते हैं, उन्हें ही लैवेंडर कहा जाता है. लैवेंडर का प्रयोग चाय, कुकीज और मिठाइयों जैसी खाने की चीज़ो के साथ-साथ, घर सजाने में भी किया जाता है. इसकी मनमोहक खुशबू से आस-पास का वातावरण काफी अच्छा हो जाता है. इसलिए इसका ज्यादा उपयोग परफ्यूम बनाने में किया जाता है. इसी के साथ ही इसके तेल के भी बहुत से फायदे है. इस लेख में पढ़ें कि आप लैवेंडर की खेती करके कैसे बढ़ा सकते है आमदनी लैवेंडर की खेती के लिए खेत में मौजूद पुरानी फसल के अवशेषों को अच्छे से हटा देना चाहिए. इसके बाद खेत की मिट्टी में गहरी जुताई करनी चाहिए. फिर खेत को कुछ दिन के लिए धूप लगने खुला छोड़ देना चाहिए. इसके बाद पुरानी गोबर की खाद को खेत की मिट्टी में मिलादेना चाहिए . मिट्टी मिलाने के बाद पानी डाल कर खेत की सिचाई कर दें. सिंचाई के बाद जब खेत की ऊपरी सतह हल्की सूखी हुई दिखाई देने लगे, तब खेत की कल्टीवेटर के माध्यम से जुताई कर उसमें रोटावेटर चला दें. जिससे खेत की मिट्टी भुरभुरी दिखाई देने लगती हैं. खेत में रोटावेटर चलाने के बाद उसमें पाटा लगाकर खेत को समतल बना दें. ताकि खेत में बारिश के मौसम में जलभराव ना हो पायें.